An Unbiased View of हल्दी का नियमित सेवन करने के फायदे



आधा चम्मच हल्दी पाउडर में चार से पांच बूंदे घी की मिलाएं फिर इसको गर्म करें और हल्का गुनगुना होने पर पलकों पर लगाए इससे आंखों के दर्द में आराम मिल जाता है । हल्दी पाउडर में थोड़ा सा पानी मिलाकर सफेद कपड़ा रंग ले और इस कपड़े को आंखों पर लगा कर बांध लें इससे बहुत जल्दी आंखों के दर्द में आराम मिल जाता है ।

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि हल्दी में सक्रिय यौगिक करक्यूमिन शरीर द्वारा अपने आप अच्छी तरह से अवशोषित नहीं होता है। हल्दी को काली मिर्च के साथ मिलाने या वसा के स्रोत के साथ इसका सेवन करने से इसके अवशोषण में वृद्धि हो सकती है। इसके अतिरिक्त, यदि आपके पास कोई अंतर्निहित स्वास्थ्य स्थितियां हैं या दवाओं पर हैं, तो हल्दी के पानी को अपनी दिनचर्या में शामिल करने से पहले एक स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर से परामर्श करने की सलाह दी जाती है, क्योंकि यह कुछ दवाओं के साथ परस्पर क्रिया कर सकता है या विशिष्ट स्थितियों के लिए मतभेद हो सकता है।

हल्दी में रोपण एवं शोथहर गुण होने के कारण यह हर प्रकार के घाव को भरने एवं उसकी सूजन आदि को भी ठीक करने में सहयोगी होती है। 

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ऐसा करने से पेट दर्द से राहत मिल सकती है.

हल्दी को अनेक सौंदर्य प्रसाधनों में इस्तेमाल किया जाता है क्योंकि यह त्वचा में गोरापन और निखार लाती है। यह त्वचा को चिकना बनाता है, झुर्रियों को हटाता है और समय से पहले बुढ़ापे के अन्य लक्षण जैसे मुँहासे कम कर देता है, और निशान को हल्का करता है। (फुंसी हटाने के घरेलु उपाय)

हल्दी के हल्दी का नियमित सेवन करने के फायदे एंटी- इंफ्लेमेट्री गुण ऑस्टियो आर्थराइटिस आैर रह्यूमेटॉयड आर्थराइटिस के इलाज में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसमें निहित एंटी- ऑक्सिडेंट शरीर के उन मुक्त कणों भी नष्ट कर देता है, जो कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाते हैं। इस स्थिति से पीड़ित व्यक्ति को किसी भी तरह के हल्के दर्द और सूजन से राहत पाने के लिए इस मसाले का उपयोग रोजाना करना चाहिए। हालांकि, यह भी समझ लेना चाहिए कि हल्दी किसी भी तरह से दवा का विकल्प नहीं हो सकता।

क्या प्रेगनेंसी के दौरान हल्दी का सेवन करना सुरक्षित है? प्रेगनेंसी के दौरान अधिक हल्दी का सेवन गर्भाशय को उत्तेजित कर सकता है। इसलिए इस समय हल्दी का सेवन जरूरत भर ही करें। ज्यादा मात्रा में कच्ची हल्दी का सेवन प्रेगनेंसी के दौरान नहीं करना चाहिए।

हल्दी एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है, जो शरीर को हानिकारक फ्री रेडिकल्स से होने वाले नुकसान से बचाने में मदद करती है। हल्दी के पानी में एंटीऑक्सिडेंट ऑक्सीडेटिव तनाव से लड़ने में मदद कर सकते हैं, सेलुलर स्वास्थ्य का समर्थन कर सकते हैं और पुरानी बीमारियों के जोखिम को कम कर सकते हैं।

आपको सप्लीमेंट्स नहीं लेना है तो हल्दी को खाना पकाने में इस्तेमाल कर सकते है।

• हल्दी के रोजाना सेवन से प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्युनिटी बढ़ती है ।

• हल्दी को पीसकर घी में मिलाकर घाव पर लगाने के लिए उपयोग किया जाता है।

जोड़ों में होने वाले दर्द एवं सूजन में भी हल्दी बहुत फायदेमंद हो सकती है क्योंकि इसमें उष्ण एवं शोथहर गुण होते है। इसके सेवन से ये अपनी गर्माहट के कारण दर्द से जल्दी आराम दिलाने में मदद करती है।

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